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Tuesday, March 27, 2012

अखिलेश पहले मुख्यमंत्री जिन्होंने स्वय दिया संपत्ति ब्यौरा


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपनी संपत्ति का ब्यौरा सार्वजनिक कर दिया है।ऐसा करके अखिलेश यादव पहले मुख्यमंत्री बन गए हैं जिन्होंने अपनी संपत्ति को सार्वजनिक किया है।जानकारों का कहना है कि पारदर्शिता की ओर एक कदम आगे बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपनी संपत्ति सार्वजनिक कर दी। प्रदेश सरकार की वेबसाइट पर सीएम की प्रोफाइल के साथ उनकी संपत्ति का ब्योरा मंगलवार की रात अपडेट किया गया। इसमें अखिलेश की कुल संपत्ति तीन करोड़ पैतालीस लाख से ज्यादा बताई गई।

The World news: राजोआना की फांसी पर बवाल,आज पजाब बंद

The World news: राजोआना की फांसी पर बवाल,आज पजाब बंद:  बलवंत सिंह राजोआना पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या के दोषी की फांसी की सजा बरकरार रहने के बाद पंजाब में आज बंद का आह्वान कि...

राजोआना की फांसी पर बवाल,आज पजाब बंद


 बलवंत सिंह राजोआना पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या के दोषी की फांसी की सजा बरकरार रहने के बाद पंजाब में आज बंद का आह्वान किया गया है आज प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति से मिलकर पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल इस मामले में हस्तक्षेप की मांग करने वाले हैं। बुधवार को कई सिख संगठनों ने राज्य में बंद का आह्वान किया है। इसमें अलगाववादी संगठन दल खालसा सबसे प्रमुख है। चंडीगढ़ की सीबीआई कोर्ट ने कहा था कि राजोआना को पहले से ही तय तारीख यानी 31 मार्च फांसी को लगाई जाए। पंजाब सरकार ने कहा है कि वे अदालत के फैसले को चुनौती देंगी। इस बीच पंजाब पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने राज्य के कई शहरों में फ्लैग मार्च किया है। राज्य में शिरोमणि अकाली दल और भाजपा के गठबंधन वाली सरकार है और दोनों दलों की राजोआना को फांसी दिए जाने पर अलग-अलग मत हैं।जेल की तरफ जाने वाले रास्ते पर बैरिकेड लगाए गए हैं और काफी जांच के बाद ही लोगों को इस सड़क का प्रयोग करने दिया जा रहा है।पटियाला केंद्रीय जेल के आसपास सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौंबद कर दी गई है।


  


Monday, March 26, 2012

नहीं की सरकार की बुराई जायसवाल की सफाई


  सोमवार को श्रीप्रकाश जायसवाल केंद्रीय कोयला मंत्री ने वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी से मिलकर अपने बयान पर सफाई दी है।  जायसवाल  ने बजट में सोने पर टैक्स बढ़ाए जाने के विरोध में कानपुर में सराफा व्यापारियों के प्रदर्शन में भाग लिया था और वहां सरकार के फैसले की जमकर आलोचना की थी।जायसवाल ने कहा था कि हमें ऐसा लगता है कि सरकार पर संकट ज्यादा है, आप पर कम। सरकार पर राजस्व का संकट है व्यापारियों को संबोधित करते हुए जायसवाल ने कहा था कि सोने पर टैक्स दो से चार प्रतिशत करने पर केवल 100 करोड़ रुपये की राजस्व प्राप्ति होगी लेकिन उसके बदले में आपका कितना खून चूसा जाएगा, इसकी कल्पना नहीं की जा सकती है। बेहतर होता कि सरकार इसका कोई दूसरा तरीका निकालती। लेकिन यह संकट छोटे से राजस्व को लेकर है।अब जायसवाल ने सफाई देते हुए कहा कि वित्तमंत्री के बारे में उन्होंने ऐसा कुछ भी नहीं कहा है जिस पर हल्ला मचाया जा रहा है, वह अपने पूर्व के बयान पर अब भी कायम हैं।




Sunday, March 4, 2012

बसपा सपा से बेहतर,बसपा-कांग्रेस का गठबंधन बने:बेनी


 उतर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे आने में अभी पूरे एक दिन का वक्त बाकी है क्या होगा फैसला ? किसी होगी सरकार ?,अभी तक किसी को नही पता लेकिन सत्ता हासिल करने के लिए रविवार से ही गठबंधन बनाने शुरू हो गये है केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने तो कांग्रेस-बसपा गठबंधन की हिमायत कर दी है। हालांकि कांग्रेस ने बेनी वर्मा के बयान से पल्ला झाड़ते हुए इसे उनकी व्यक्तिगत राय करार दिया है रविवार को केंद्रीय मंत्री बेनी वर्मा लखनऊ में थे।उन्होंने कहा कि कांग्रेस-रालोद गठबंधन को करीब सौ सीटें मिलने की सम्भावना है और लगभग इतनी ही सीटें बसपा की भी आने वाली हैं। कांग्रेस जो फैसला करेगी, उसमें वह भी शामिल रहेंगे लेकिन वह इस राय के हैं कि मायावती तो मुलायम सिंह यादव से हजार गुना बेहतर हैं। अगर कोई उनकी राय ले तो वह बसपा के साथ गठबंधन को ज्यादा उचित मानते हैं। एनआरएचएम घोटाला और कुछ मंत्रियों ने भ्रष्टाचार न किया होता मायावती का शासन मुलायम सिंह यादव के शासन से बहुत अच्छा था। मुलायम सिंह यादव की सरकार में सिपाहियों की भर्ती में पैसे चले थे लेकिन मायावती की सरकार में इमानदारी से भर्ती हुई। आपको बताते चले कि राजनीतिक हलकों में कहा जा रहा है कि बेनी वर्मा ने जो विकल्प सुझाया है, उसकी सम्भावना को सिरे से खारिज नहीं किया जा सकता है।
भाजपा जिस तरह से बसपा से किसी भी कीमत पर गठबंधन न करने पर अड़ी हुई है, उसमें बसपा के पास कांग्रेस से दोस्ती करने के सिवाय और कोई विकल्प नहीं बचता है।मुलायम सिंह यादव को सत्ता में रोकने के लिए कांग्रेस और बसपा को हाथ मिलाना मजबूरी हो सकती है। उधर बेनी वर्मा के बयान पर बसपा की खामोशी को आश्चर्यजनक माना जा रहा है। खामोशी के निहितार्थ निकाले जा रहे हैं। अमूमन कांग्रेस नेताओं के बयान पर बसपा अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करने में कभी देर नहीं लगाती है लेकिन रविवार को बेनी वर्मा के बयान पर बसपा ने कोई प्रतिक्रिया नहीं व्यक्त की।
दूसरी और भाजपा कि नजर छोटे दलों पर आधिक है मतदान बाद सर्वेक्षण की जो रिपोर्ट मीडिया में आई हैं, भाजपा उससे कतई निराश नहीं है। पार्टी के बड़े नेता छह मार्च को आश्चर्यजनक नतीजे आने की बात कह रहे हैं। पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने रविवार को ' कहा कि सत्ता के लिए कांग्रेस, बसपा और सपा से किसी प्रकार का कोई गठबंधन नहीं होगा। इस सवाल पर कि इसका मतलब छोटे दलों से गठबंधन हो सकता है, उन्होंने कहा हमारा जवाब सिर्फ यही है कि कांग्रेस, बसपा, सपा से कोई समझौता नहीं होगा।बहुमत की लिए जरूरी जुटान करने को भाजपा की नजर जद यू, अपना दल, जनक्रांति पार्टी जैसे छोटे दल के साथ ही साथ मजबूत निर्दलीय प्रत्याशियों पर टिकी हुई हैं। 
वही दूसरी और मायावती ने भी नतीजों और उससे आगे की सम्भावनाओं पर विचार-विमर्श करने के लिए सभी मंत्रियों के साथ बैठक की। सूत्रों का कहना है कि सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव भी रविवार को लखनऊ में मौजूद रहे।
किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत न मिलने की स्थिति में सरकार गठन के लिए क्या-क्या विकल्प हो सकते हैं, इसको लेकर कयास लग रहे हैं।विकल्प एक : सपा-कांग्रेस-रालोद, विकल्प दो- सपा-रालोद-छोटे दल, विकल्प तीन- काग्रेस-रालोद-बसपा, विकल्प चार- बसपा-रालोद-छोटे दल, विकल्प पांच- भाजपा-बसपा। भाजपा की तरफ से बसपा से दोस्ती की सम्भावना को सिरे से खारिज किया जा रहा है लेकिन राजनीतिक हलकों में उस गठबंधन की सम्भावना जताई जा रही हैं।

शेहला हत्याकांड:विधायक के आवास पर सीबीआई का छापा


 आरटीआइ कार्यकर्ता शेहला मसूद हत्याकांड में सीबीआई ने कसा शिकंजा।जांच एजेंसी ने रविवार को अपनी कार्रवाई जारी रखते हुए भाजपा विधायक व मध्य प्रदेश उपाध्यक्ष धु्रव नारायण सिंह और उनके मित्र संजय गुप्ता   के आवास पर छापा मार कई दस्तावेज बरामद किए। इस मामले में सीबीआइ साक्ष्य छिपाने के आरोप में जल्दी ही कार्रवाई कर सकती है।बीते वर्ष 16 अगस्त को शेहला की हत्या भोपाल में कर दी गई थी।इस मामले में इंटीरियर डिजाइनर जाहिदा परवेज उसकी सहेली सबा फारुखी और भाड़े के हत्यारे उपलब्ध कराने वाला शाकिब डेंजर सीबीआइ की गिरफ्त में हैं। शेहला व जाहिदा के विधायक से अंतरंग संबंधों की बात सामने आने और इसी कारण हुई हत्या को लेकर प्रदेश की राजनीति गरमाई हुई है। 
 बीती रात साढ़े 11 बजे तक सीबीआइ ने भाजपा विधायक से पूछताछ की थी।मीडिया के कैमरों से बचने के लिए भाजपा में हाईप्रोफाइल राजनीति करने वाले ध्रव नारायण सीबीआइ दफ्तर के पिछले दरवाजे से स्कूटर पर बैठकर अपने घर निकल गए थे। धु्रव नारायण, संजय और जाहिदा से अलग-अलग और सामने बिठाकर भी सीबीआइ ने बात की है।उनके और संजय गुप्ता के बयानों में कई विरोधाभासी बातें सामने आई हैं।इससे जो कुछ निकलकर आया है वह धु्रव नारायण और उनके मित्र की मुसीबतें बढ़ा सकता है। इसी सिलसिले को आगे बढ़ाते हुए रविवार दोपहर संजय गुप्ता के भोपाल में अरेरा कॉलोनी स्थित घर पर छापे की कार्रवाई की गई। उनका कंप्यूटर जब्त किया गया है। शाम करीब पांच बजे सीबीआइ धु्रव नारायण के 45 बंगले स्थित आवास पर पहुंची। धु्रव इस सरकारी बंगले का उपयोग दफ्तर के रूप में करते हैं। यहां से तमाम दस्तावेज व कंप्यूटर आदि जब्त किए गए।

Thursday, March 1, 2012

अजहर के खिलाफ गैर-जमानती वॉरंट




भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और मुरादाबाद से कांग्रेस के सांसद मोहम्मद अजहरुद्दीन के खिलाफ नया गैर-जमानती वॉरंट जारी किया है। धोखाधड़ी के मामले में दिल्ली की एक अदालत ने अजहरुद्दीन के खिलाफ यह वारंट जारी किया है
शिकायतकर्ता संजय सोलंकी के अनुसार, उन्होंने मुंबई के बांद्रा में संपत्ति खरीदने में अजहरुद्दीन को डेढ़ करोड़ रुपये की मदद की थी। करारनामे के मुताबिक अजहर पेशगी रकम डेढ़ करोड़ रुपये की दोगुनी राशि का भुगतान करने को राजी हुए थे। संजय सोलंकी के वकील का कहना है कि जब अजहर की ढिलाई के कारण सौदा पक्का नहीं हो पाया, तब उन्होंने पेशगी राशि की दोगुनी रकम देने से इनकार कर दिया। अजहर ने सोलंकी के नाम डेढ़ करोड़ रुपये के दो चेक जारी किए, जो बाउंस हो गए। अजहर ने खुद के निर्दोष होने का दावा किया था और अदालत से कहा था कि वह शिकायतकर्ता को व्यक्तिगत रूप से नहीं जानते हैं। उनकी पहली बार अदालत में ही उससे मुलाकात हुई। अजहर ने 21 जुलाई, 2011 को अदालत से कहा था कि उन्होंने करारनामे के मुताबिक उस व्यक्ति को भुगतान कर दिया था, जिसने सौदा तय किया। उन्होंने कहा कि उस व्यक्ति ने बताया कि उसने सोलंकी को रुपये दे दिए हैं।  इससे पहले 18 फरवरी को भी  अजहर के खिलाफ इसी मामले में कोर्ट में पेश नहीं होने पर वॉरंट जारी हुआ था। दोबारा गैर-जमानती वॉरंट जारी होने के बाद अजहर को गिरफ्तार किया जा सकता है। 



लालू समेत चारा घोटाले में चार के खिलाफ आरोप तय

 गुरुवार को सीबीआई की एक कोर्ट ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्रियों लालू प्रसाद, जगन्नाथ मिश्रा और सत्तारूढ़ जेडीयू के सांसद जगदीश शर्मा के खिलाफ करोड़ों रुपए के चारा घोटाले में आरोप तय किए। वर्ष 1994-96 के दौरान फर्जी बिलों के सहारे बांकुड़ा और भागलपुर कोषागार से राज्य पशु पालन विभाग के अधिकारियों द्वारा करीब 46 लाख रुपए निकाले जाने के फर्जीवाड़े के सिलसिले में इन लोगों के खिलाफ यह आरोप तय किए गए हैं।इस दौरान लालू बिहार के मुख्यमंत्री थे।सीबीआई के स्पेशल जज वी. के. श्रीवास्तव ने आरोप तय किए।आरजेडी के पूर्व सांसद आर. के. राणा के खिलाफ भी मामले में आरोप तय किए गए। लालू का आरोप है कि उन्हें इस मामले में गलत फंसाया जा रहा है और सीबीआई ने इस मामले में उनके खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए राज्यपाल से मंजूरी नहीं ली है। सीबीआई ने 3 मार्च 2003 को मामले के साजिश से जुड़े पहलू में इन तीनों को आरोपी ठहराया था।