मुख्य विपक्षी दल बीजेपी ने राहुल गांधी को प्रधानममंत्री बनाने की मांग कर दी। राजनीति में कब क्या हो जाए, कहना मुश्किल होता है। यह मांग अब तक कांग्रेसी करते थे। बीजेपी ने दलील देते हुए कहा कि इससे साफ हो जाएगा कि राहुल गांधी में कितना दम है। कांग्रेस ने पलट वार करते हुए कहा कि यह मांग बीजेपी की मानसिक
पराजय का संकेत है।
पराजय का संकेत है।
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने रविवार को संवाददाताओं
से बातचीत के दौरान एक सवाल के जवाब में कहा, 'यूपीए सरकार
के अभी 2 साल बाकी हैं।
इसमें राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बना देना चाहिए ताकि देश की
जनता भी देख ले कि उनमें देश की समस्याओं की कितनी समझ
और उनके समाधान की कितनी क्षमता है।' उन्होंने कहा कि राहुल
गांधी को प्रधानमंत्री बनने के लिए सिर्फ इतना ही तो कहना है
कि 'मनमोहन सिंह जी आप कुर्सी से उतरिए, हम बैठेंगे।'
कांग्रेस ने कहा कि राहुल गांधी देश के प्रधानमंत्री बनने ही वाले हैं, यह बात
बीजेपी के नेता भी अंदर ही अंदर मान चुके हैं। बेहतर हो, ऐसे बयानों के
जरिए परोक्ष तौर पर इसका संकेत करते रहने से अच्छा है कि बीजेपी
नेता ईमानदारी दिखाते हुए औपचारिक तौर पर अपनी इस हार को कबूल कर लें।
बीजेपी के नेता भी अंदर ही अंदर मान चुके हैं। बेहतर हो, ऐसे बयानों के
जरिए परोक्ष तौर पर इसका संकेत करते रहने से अच्छा है कि बीजेपी
नेता ईमानदारी दिखाते हुए औपचारिक तौर पर अपनी इस हार को कबूल कर लें।
अब हार किसकी होती है और जीत किसकी यह तो चुनाव होने के बाद ही पता चलेगा लेकिन पार्टियों ने अपनी-अपनी राजनीति रोटिया सेकना शुरू कर दिया है.

































